



102 उद्यमी मित्रों को मिले नियुक्ति पत्र, चेहरे खिल उठे

आरके सिंह
लखनऊ ,टेलीग्राम हिन्दी।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों और सरकारी मशीनरी के बीच उद्यमी मित्र सेतु बनकर काम करेंगे। समस्याओं का समाधान कराएंगे। यदि स्थानीय स्तर पर समाधान नहीं होता है तो उसकी जानकारी विभाग और शासन स्तर पर देंगे।मुख्यमंत्री शनिवार दोपहर लखनऊ स्थित लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने इस मौके पर 102 उद्यमी मित्रों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
मुख्यमंत्री ने आयोजित कार्यक्रम में 232 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशिसंवितरण करते हुए कहा कि उद्यमी न सिर्फ प्रदेश में और अधिक निवेश करें। उद्यमी अपने सीएसआर फंड से प्रदेश मेंयुवाओं को कौशल विकास हेतु जोड़ें।
इस अवसर पर विभिन्न उद्यमियों ने भी प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था और सिंगल विंडो क्लियरेंस जैसी निवेश फ्रेंडली सुविधाओं को सराहा। अपने अनुभव और सुझाव भी प्रदान किए। वहीं शीर्ष उद्यमी मित्रों ने भी प्रशिक्षण अनुभव सीएम के साथ साझा किए।

औद्योगिक विकास सचिव कुछ और बेहतर करें: योगी
मुख्यमंत्री श्री योगी ने औद्योगिक विकास सचिव व इन्वेस्टमेंट सीईओ अभिषेक प्रकाश से कहा औद्योगिक क्षेत्र में बहुत अच्छा काम हो रहा है कुछ और बेहतर करें। उन्होंने कहा कि हमारे 100 से अधिक उद्यमी मित्र यहां चयनित हुए हैं, 14 दिन की ट्रेनिंग और औद्योगिक स्थलों का भी निरीक्षण किया है। चयनित युवा जीवन में नई पारी शुरू करने जा रहे हैं।प्रत्येक माह उनके कार्यों का मूल्यांकन होगा।
यूपी में नंबर एक अर्थव्यवस्था बनें
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनाने के साथ ही ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आपकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। आपको देखना होगा कि कहीं भी आप पर कोई उंगली न उठा सके। आपको लालच देने का प्रयास होगा, आपका मनोबल तोड़ने का प्रयास होगा। इन दोनों परिस्थितियों में बिना डिगे, बिना झुके, बिना बहके आपको 25 करोड़ जनता को ध्यान में रखते हुए वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी और सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करना है। अपने योगदान रेखांकित करते हुए कार्य करना होगा। वही आपके मूल्यांकन का सबसे बड़ा आधार होगा।
चयन प्रक्रिया पारदर्शी
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त उद्यमी मित्रों की योग्यता का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि 1500 लोगों ने आवेदन किया था, जिसमें 105 अभ्यार्थी चयनित हुए। इसमें पारदर्शिता बरती गई है। इनमें 87 पुरुष और 18 महिलाएं हैं। सूची में 15 वेटिंग में भी रखा है। यहां पर जो अभ्यर्थी चुने गए हैं, वो सभी सम्मानित यूनिवर्सिटी से आए हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ वेल्स, यूके, आईआईएम लखनऊ, आईआईएम इंदौर, बीएचयू, ट्रिपल आईआईटी प्रयागराज, एनआईटी प्रयागराज समेत शीर्ष शिक्षण संस्थानों से ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इन्वेस्टर्स समिट कैसे होना चाहिए, उत्तर प्रदेश ने मानक तय कर दिया है। अगले एक वर्ष के अंदर साढ़े सात लाख नौजवान इससे जोड़ने का लक्ष्य तय किया है।

यह मौजूद रहे
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, औद्योगिक विकास व संसदीय राज्यमंत्री जसवंत सैनी, अवस्थापना व औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री सलाहकार अवनीश अवस्थी, अरविंद कुमार, अवस्थापना व औद्योगिक विकास प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण, औद्योगिक विकास व इन्वेस्ट यूपी सीईओ अभिषेक प्रकाश व देश और प्रदेश से आए कई उद्यमी उपस्थित रहे।


