



फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक स्कूल उनकी शान है और हर कोई इसे देखकर ईष्र्या करता है। कीथोट गांव में स्थित इस स्कूल में पौधों की 300 से अधिक प्रजातियां हैं, जिनमें चार फुट लंबा चंदन का पेड़ भी शामिल है।
5,500 वर्ग फुट क्षेत्र में फैले इस बगीचे को स्कूल मास्टर मोहम्मद शाहिद ने बड़ी मेहनत से विकसित किया है। छात्रों ने उन पौधों को बोया और उनका पोषण किया है, जिनमें फल और फूल और सब्जियां होती हैं, जिनका उपयोग स्कूली बच्चों के लिए मध्याह्न् भोजन तैयार करने के लिए किया जाता है।
रविवार को भी शाहिद अपने घर से स्कूल तक और छुट्टियों के दौरान पौधों की देखभाल के लिए 14 किमी का सफर तय करते हैं।उन्होंने कहा, मैंने शुरुआत में शौक के तौर पर स्कूल में पौधे उगाना शुरू किया था। बाद में, ग्राम प्रधानों और ग्रामीणों ने इस पहल का समर्थन किया। छात्रों का सबसे बड़ा सहारा बना हुआ है।
बगीचे में चाइना बेरी, किगेलिया, सुदर्शन, अर्जुन, ड्रमस्टिक, तुलसी और नीम सहित औषधीय पौधों को जगह मिलती है। आम, नींबू, केला, शहतूत, बॉटलगार्ड, बीन्स, फूलगोभी, टमाटर, लहसुन और प्याज जैसे विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां भी उगाई जाती हैं। सूरजमुखी, गुलाब, चमेली और विभिन्न प्रकार के मौसमी फूल परिसर में रंग भरते हैं।
एक दशक से अधिक की कड़ी मेहनत और जैविक उर्वरकों और वर्मीकम्पोस्ट के उपयोग के उत्कृष्ट परिणाम मिले हैं। उद्यान पक्षियों और मधुमक्खियों को समान रूप से आकर्षित करता है।
एक छात्र ने कहा, हमने पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए अलग-अलग जगहों पर पानी से भरे मिट्टी के बर्तन रखे हैं। स्कूल ने पानी के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग का सहारा लिया है।स्कूल में गांव के 96 बच्चे हैं जो यहां नामांकित हैं। निजी स्कूलों के प्रतिनिधि भी स्कूल में देखने और सीखने आते हैं।
