वज्र योग में प्रकटेंगे बजरंगी भगवान, करेंगे मंगल ही मंगल

जन्मोत्सव इस बार 23 अप्रैल मंगलवार को मनाया जाएगा

ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा

बरेली,टेलीग्राम संवाद। अष्ट सिद्धि, नवनिधि दाता, जिनके नाम लेने मात्र भक्तों के दुख दर्द संकट मिट जाते है। ऐसे पवन पुत्र हनुमान का जन्मोत्सव इस बार 23 अप्रैल मंगलवार को मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथो के अनुसार हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष मंगलवार पूर्णिमा को हुआ था। इस बार मंगलवार पूर्णिमा का संयोग 23 अप्रैल को बन रहा हैं। हनुमान जी हिंदू धर्म प्रमुख देवताओं में से एक हैं। जो वीरता शक्ति और विश्वास का प्रतीक हैं। इसलिए भारी संख्या में भक्त लोग इस दिन उनकी विशेष रूप से पूजा करते है। मंदिरों में भजन कीर्तन सुंदरकांड आदि आयोजन और प्रसाद वितरण किया जाता हैं।

ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा

इस बार हनुमान जयंती दिन बेहद दुर्लभ संयोगों का निर्माण हो रहा है। जिससे इस पर्व महत्वा कई गुना अधिक बढ़ गई हैं। ऐसे में अगर विधिवत्त पूजा अर्चना, विश्वास और श्रद्धा के साथ की जाए तो हर जगह व्यक्ति को सफलता मिलेगा। कुल मिलाकर इस बार जयंती पर पूजा अर्चना करने से हनुमान जी की कृपा चहुओर से भक्तों पर बरसेगी।

इसलिए खास होगी हनुमान जयंती

वज्र योग 23 अप्रैल सुबह से लेकर 24 अप्रैल प्रात: 04 बजकर 57 मिनट तक है। चित्रा नक्षत्र भी 23 अप्रैल को सुबह से लेकर रात 10 बजकर 32 मिनट तक है, उसके बाद स्वाति नक्षत्र शुरू हो जाएगा। चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल हैं और हनुमानजी का प्रिय दिन भी मंगलवार है। वहीं, वज्र योग साहस, बल और पराक्रम का परिचायक है। ऐसे में मंलगवार दिन, चित्रा नक्षत्र और वज्र योग में हनुमाजनी का जन्मोत्सव मनाना बड़ा ही शुभ होगा। भक्तों को कई गुना फल मिलेगा।

जन्मोत्सव पूजन मुहूर्त

इस साल जन्मोत्सव पर ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04 बजकर 20 मिनट से 05 बजकर 04 मिनट तक है। अभिजीत मुहूर्त दिन में 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक है। वहीं इस दिन हनुमान जी पूजा मुहूर्त सुबह 09 बजकर 03 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक है।

जयंती पर ऐसे करें पूजा

हनुमान जयंती पर सुबह जल्दी स्नान करके केसरिया या लाल रंग कपड़े पहनें। यदि व्रत रख रहे हैं तो बजरंगबली का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके बाद हनुमानजी मंदिर जाकर उनकी प्रतिमा पर सिंदूर लगाएं। उन्हें विधि-विधान से पूजा सामग्री अर्पित करें। हनुमान चालीसा पढ़ें, बजरंग बाण पाठ करें। आखिर में आरती अवश्य करें। बजरंगबली पूजा घर पर भी तस्वीर स्थापित करके कर सकते हैं। हनुमान जयंती पर हनुमानजी मंत्र जाप करना बहुत लाभ देगा। सुंदरकांड पाठ भी चमत्कारिक फल देगा।

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Author: Telegram Samvad