



बरेली, टेलीग्रामसंवाद। मांगलिक कार्य करने में अब सिर्फ चार मुहूर्त ही बचे हैं। देव उठानी एकादशी से लगातार
वैवाहिक और मांगलिक कार्य हो रहे है, यह सिलसिला 15 दिसंबर तक जारी रहेगा। इसके बाद मांगलिक कार्यों पर एक माह तक ब्रेक लग जाएगा।
आचार्य पंडित मुकेश मिश्रा ने बताया कि बृज भूमि पंचांग अनुसार दिसंबर महीने में 7, 8, 9, 15 तारीख में ही विवाह हो सकते हैं। आगे भुवन भास्कर सूर्यदेव 16 दिसंबर को गुरु की धनु राशि में प्रवेश करेंगे और 14 जनवरी तक इसी राशि में गतिशील रहेंगे। सूर्य की धनु राशि काल को खरमास कहा जाता है।

उन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार इस दौरान शुभ मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, नवीन कार्य वर्जित माने गए हैं। इसलिए 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक सभी मांगलिक कार्यों पर रोक रहेगी। यानी मकर संक्रांति 15 जनवरी से मांगलिक कार्यों का शुभारंभ होगा। ज्योतिष अनुसार सूर्य प्रत्येक राशि में एक महीने तक रहते हैं और जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो वह माह खरमास नाम से जाना जाता है। खरमास का महीना मांगलिक कृत्यों के लिए वर्जित है।
