चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल एक तू ही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल …….गजल पर झूमे श्रोता

जैजिम शर्मा ने आईएमए में सजाई गज़ल महफिल

आर बी लाल

बरेली, टेलीग्रामसंवाद। सारेगामापा में शहज़ादा- ए- ग़ज़ल खिताब से नवाज़े गए जैज़िम शर्मा ने बरेली में ग़ज़ल की महफिल सजाई। आईएमए हाल में आयोजित कार्यक्रम में गजलों पर श्रोता झूम उठे।

रविवार शाम आयोजित ग़ज़ल संध्या कार्यक्रम में ‘लफ्ज़ों के दरमियान’ वनमंत्री अरुण कुमार और सांसद सन्तोष गंगवार ने गज़ल एल्बम विमोचन कर लांच किया। लफ्ज़ों के दरमियां में चार ग़ज़लें हैं। जिन्हें लिखा है दाग देहलवी, निदा फ़ाज़ली और जेपी गंगवार बरेली ने। अदबी कॉकटेल बैनर तले बनी एल्बम निर्माता हैं अतुल गंगवार।

कार्यक्रम मुख्य अतिथि मंत्री डॉ. अरुण कुमार गजल गायक जैजिम का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी आवाज बहुत सुरीली है। सांसद संतोष गंगवार ने कहा मैंने जैजिम को सुना है कमाल के गायक है उनको बधाई।

गज़लों की सुनहरी शाम को जैजिम शर्मा ने अपनी चार गज़लों के अलावा प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक पंकज उदास, जगजीत सिंह, गुलाम अली, मेहदी हसन और मशहूर शायर वसीम बरेलवी की गज़ल को भी अपनी आवाज़ दी। जैजीम ने मेहदी हसन की प्रसिद्ध ग़ज़ल रंजिश ही सही से ग़ज़ल की महफिल का आगाज किया, गुलाम अली की प्रसिद्ध गज़ल – चुपके चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है, हंगामा है क्यों बरपा, हमको किसी के गम ने मारा, जगजीत सिंह की तुम जो इतना मुस्करा रहे हो, होठों से छू लो तुम, तुम को देखा, जब दीप जले आना, चंदन सा बदन, एहसान तेरा होगा, पंकज उदास चांदी जैसा रंग तेरा जैसी 20 गज़ले गाई। हरेक गज़ल का उपस्थित लोगो ने खूब लुत्फ उठाया और झूमने लगे।


मुंबई में लांच हुआ था एल्बम

एल्बम निर्माता अतुल गंगवार ने बताया कि जैज़िम शर्मा का एल्बम मुंबई में लांच हो चुका है। मुंबई में हुए कार्यक्रम में अनूप जलोटा, सुरेश वाडकर, तलत अज़ीज़, जसपिंदर नरूला, चंदन दास, घनशाम वासवानी, बाली ब्रह्मभट्ट, जेपी गंगवार और निदा फाजली की पत्नी मालती जोशी फाजली ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।

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Author: Telegram Samvad