



50 लाख रुपए से अधिक नुकसान
गुस्साए उद्यमियों ने चीफ इंजीनियर को घेरा
बोले- संबंधित अधिकारी से कराई जाए भरपाई
आर बी लाल
बरेली, टेलीग्रामहिन्दी। जहां एक और सरकार लगातार प्रदेश में औद्योगिक माहौल बनाने हेतु इधर-उधर से निवेशक आमंत्रित कर रही है लेकिन बिजली अफसर पलीता लगाने में पीछे नहीं है। कथित स्वार्थों के चलते उद्योग बंद करने में भी पीछे नहीं है। कुछ अधिशासी अभियंता नए कनेक्शन जारी करने, मीटर रीडिंग और बिल संशोधन और खराब मीटर बदले जाने के नाम पर उत्पीड़न और मनमानी कर रहे हैं। इसके पीछे उद्देश्य सिर्फ वसूली बताई जाती है। चीफ इंजीनियर आरके शर्मा ने कहा है कि मनमानी और उपभोक्ता शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शनिवार सुबह इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसियेशन (आईआईए) बरेली चैप्टर का एक प्रतिनिधि मंडल चैप्टर चेयरमैन तनुज भसीन के नेतृत्व में बिजली चीफ इंजीनियर राजीव कुमार शर्मा से मिला। उद्यमियों ने औद्योगिक क्षेत्र में होने वाली विद्युत संबंधी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। उद्यमियों ने बताया कि जहां एक और सरकार औद्योगिक क्षेत्र में निवेश कर रही है वहीं दूसरी ओर बरेली में कुछ बिजली अफसर मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि औद्योगिक इकाइयों में विद्युत कनेक्शन पर दो अलग-अलग स्थान पर मीटर लगे होते हैं। एक पोल पर और एक कारखाना परिसर में लगे होते हैं। विभागीय खंबे पर लगा मीटर खराब हो जाने पर मीटर अनुभाग अधिकारी बदलने में मनमानी करते हैं। मीटर बदलने के नाम पर काफी समय लगाते हैं। मीटर बदले जाने तक संबंधित मीटर अधिकारी फैक्ट्री में उत्पादन बंद करा देते हैं। जिससे लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान होता है। विसंबंधित मीटर अधिकारियों को फटकार लगाई और चेतावनी दी कि किसी भी तरह आगे शिकायत नहीं मिलना चाहिए।
अधिशासी अभियंता मीटर ने विमको समेत तीन उद्योग बंद करा दिए
आईआईए पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले दिनों दिनों विमको समेत तीन कनेक्शनों पर खराब हुए। शिकायत करने पर भी कई दिन मीटर नहीं बदले गए जबकि अधिशासी अभियंता नगर वितरण खंड द्वितीय द्वारा आग्रह किया गया था। उन्होंने बताया कि मीटर अधिकारी और स्टाफ मनमानी कर रहा है। जिससे औद्योगिक क्षेत्र प्रभावित हुआ है। बताया कि तीन प्रतिष्ठान कुछ दिन बंद होने से 50 लाख रुपए से ऊपर आर्थिक क्षति हुई है।

चीफ इंजीनियर आरके शर्मा
चीफ इंजीनियर ने लगाई फटकार कहा- भविष्य में ना मिले शिकायत
चीफ इंजीनियर आरके शर्मा ने समस्या गंभीरता से लेते हुए तत्काल अधिशासी अभियंता और मीटर से जुड़े अधिकारी तलब कर लिए। चीफ इंजीनियर ने सरकार औद्योगिक क्षेत्र में काफी संवेदनशील है। ऐसी स्थिति में समस्या तत्काल निराकरण करना चाहिए। उन्होंने मनमानी में शामिल अधिशासी अभियंता (मीटर) और स्टाफ को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी शिकायत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने दिशा निर्देश दिए और गाइडलाइंस के बारे में बताया।
यह रहे मौजूद
चैप्टर चेयरमैन तनुज भसीन, सचिव मयूर धीरवानी, कोषाध्यक्ष रजत मेहरोत्रा, एसके सिंह, दिनेश गोयल, विमल रेवाड़ी, सुरेश सुंदरानी आदि उपस्थित रहे।
