



आर बी लाल
बरेली, टेलीग्रामहिन्दी। किसी भी सेक्टर अथवा कार्यालय से लाइसेंस और अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना आसान काम नहीं होता है, क्योंकि ज्यादातर काम फाइल में दौड़ता है, इसलिए औषधि विभाग ने सब कुछ ऑनलाइन कर दिया है। अब औषधि विभाग से लाइसेंस लेने के लिए कार्यालय में चक्कर लगाना नहीं होंगे। घर बैठे सब कुछ आपको आसानी से मिल जाएगा यह नहीं व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है।
लाइसेंस प्रक्रिया अब हुई आसान
एलोपैथी पद्धति से संबंधित औषधि तथा उससे जुड़े उत्पादन प्रोजेक्ट लगाना अब काफी आसान हो गया है। अभी तक लाइसेंस प्रक्रिया पूरी करने में ही लगा रहता था काफी समय बर्बाद होता था। कार्यालय में होने वाली विभिन्न समस्याओं से अलग झेलना पड़ता था लेकिन केंद्र सरकार ने अब इससे छुटकारा दे दिया है। एलोपैथी औषधि निर्माण, कारोबार और बिक्री आदि के लिए जारी होने वाले लाइसेंस अब सिर्फ ऑनलाइन ही बन पाएंगे, इससे पहले मैन्युअल कार्य होता था। लोग परेशान रहते थे लेकिन अब आप घर बैठे लाइसेंस आदि प्रोग्रेस कंप्यूटर पर देख सकते हैं। अगर कोई आपत्ति लगती है उसे भी ऑनलाइन ही दूर किया जा सकता है। हालांकि विभाग ने सभी अधिकारियों से कहा है कि वह व्यक्तिगत तौर से भी आवेदक की मदद करें, जिससे अधिक से अधिक लोग कारोबार क्षेत्र में आ सके।
लाइसेंस आवेदकों में आई कमी
रिटेल और थोक बिक्री हेतु लाइसेंस लेने वालों में धीरे-धीरे कमी आ रही है। जिस तरह कोरोना कल में अचानक लाइसेंस लेने के लिए होड़ मची थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। बरेली मंडल में करीब ढाई हजार थोक औषधि विक्रेता हैं। जबकि 4.30 हजार रिटेलर है। रिटेल और थोक बिक्री लाइसेंस लेने वालों में अब कोई रुचि नहीं दिख रही है। यही वजह है इसका ग्राफ काफी गिरा है।

संदीप कुमार सहायक आयुक्त (औषधि) ,बरेली मंडल
अगर कोई समस्या है तो हम हैं तैयार
औषधि विभाग उत्पादन कारोबार और विपणन क्षेत्र में लोगों की सीधी मदद कर रहा है। सब कुछ ऑनलाइन है, इसलिए लोगों को कोई परेशानी भी नहीं होना चाहिए मैन्युअल काम में लोग परेशान रहते थे। अब सब कुछ कंप्यूटर पर ऑनलाइन पता चल जाता है। फिर भी किसी आवेदक को कोई समस्या हो तो सीधे उनके कार्यालय से संपर्क कर सकता है।

