



लोकसभा चुनाव में किसी कोई मुकाबला नहीं, पूर्ण बहुमत से बनेगी सरकार: रमापति राम त्रिपाठी
बरेली,टेलीग्रामहिन्दी। देवरिया से सांसद व उत्तर प्रदेश भाजपा पूर्व अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी बरेली में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। उसके बाद वे देवरिया रवाना हो गए।

कुछ देर उनसे राजनीति से जुड़े मुद्दों पर वरिष्ठ पत्रकार सुधाकर शुक्ल से लंबी बातचीत हुई। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश~
प्रश्न-अचानक बरेली में क्यों आना हुआ, कोई खास मकसद ?
रमापति राम त्रिपाठी -भाजपा संगठन प्रशिक्षण वर्ग में हिस्सा लेने बरेली आए थे। यह संगठन की अनवरत गतिविधियों का एक हिस्सा है। बूथ स्तर तक भाजपा संगठन सक्रिय है। इस समय मेरी माटी, मेरा देश अभियान चल रहा है।
प्रश्न-उत्तर प्रदेश में भाजपा से किस दल से लोकसभा चुनाव में मुकाबला होगा
रमापति राम त्रिपाठी-सही बात तो यह है कि भाजपा से मुकाबला किसी दल से नहीं है। विपक्ष के पास इस चुनाव में कोई मुद्दा नहीं ही नहीं है। उनके पास लोकसभा चुनाव में जनता के चेहरे के तौर पर प्रस्तुत होने वाला कोई नेता नहीं है। भाजपा के पास सबसे ब्रांडेड चेहरा मोदी जी हैं। जनता कभी भी हारे हुए घोड़े पर दांव नहीं लगाती। इसलिए भाजपा उत्तर प्रदेश में सभी 80 की 80 सीटें जीतेगी।
प्रश्न-इस बार विपक्ष ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए इंडिया नामक गठबंधन बनाया है। लोकसभा चुनाव में इसका कितना असर रहेगा
रमापति राम त्रिपाठी-विपक्ष में जितने भी दल हैं, वह सब एक तरह से दगे हुए कारतूस हैं। इन नेताओं को जनता का समर्थन न पहले कभी मिला है, न अब मिल पाएगा। यह गठबंधन एक तरह का घमंडिया गठबंधन है। अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए नेताओं ने गठबंधन किया है। विपक्ष में जितने भी नेता हैं, उनमें अधिकांश जमानत पर है। घोटालेबाजों ने घोटालेबाजों से हाथ मिलाया है। इसलिए जनता इस बार भी प्रचंड बहुमत से मोदी की सरकार बनाएगी।
प्रश्न-तमिलनाडु में मुख्यमंत्री के बेटे उदय स्टालिन ने सनातन धर्म को नष्ट करने की बात कही है। इस पर आप क्या कहना चाहेंगे।
रमापति राम त्रिपाठी- सनातन सृष्टि कल से है। यह हमारी परंपरा और जीवन जीने का हिस्सा है। सनातन धर्म हमें जीवन जीने का तरीका सिखाता है। यह कोई एक धर्म नहीं है, बल्कि जीवन जीने की पद्धति है। कुछ नेता सनातन धर्म के विरुद्ध बोलकर हिंदू समाज को तोड़ना चाहते हैं। मगर, वह अपने प्रयास में कभी सफल नहीं होंगे। देश की जनता लोकसभा चुनाव में ऐसे नेताओं को करारा जवाब देगी।
प्रश्न-मोदी सरकार एक देश एक चुनाव का बिल लोकसभा में लाने जा रही है। इसका देश और भाजपा के ऊपर क्या प्रभाव पड़ेगा
रमापति राम त्रिपाठी-अभी एक देश, एक चुनाव बारे में कोई भी टिप्पणी करना जल्दबाजी है। इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी लोकसभा में बिल पास होने के बाद ही की जा सकती है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी का विजन है कि एक देश, एक चुनाव हों ,ताकि 5 साल तक सरकार निश्चितता के साथ कम करें। देश विकास के पद पर अग्रसर रहे। बार-बार चुनाव होने से अनावश्यक धन खर्च होता है। साल में 16 महीने तक आचार संहिता लगी रहती है। इससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं। अगर एक देश, एक चुनाव का बिल लोकसभा में पास हो जाता है तो यह देश के लिए बहुत हितकर होगा। भाजपा हमेशा अपने हित की बात न करके केवल देश हित की बात कर रही है। इस मुद्दे पर विपक्ष को सरकार के साथ आना चाहिए।

