बरेली, टेलीग्राम हिंदी। जाने माने अंतरराष्ट्रीय रंग कर्मी जेसी पालीवाल नहीं रहे। वह 90 वर्ष के थे। रंगकर्मी ,सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने समाजसेवा के लिए भारत ही नहीं विदेशों में उनको सम्मानित किया गया है। फिरोजाबाद में 03 जुलाई 1934 को जन्में जेसी पालीवाल का बुधवार प्रातः 5 बजे दिल्ली में निधन हो गया। उन्हें कौमी एकता के क्षेत्र उल्लेखनीय कार्य के लिए 13 अगस्त 1994 को भारत के राष्ट्रपति डा. शंकर दयाल शर्मा ने कबीर पुरस्कार से सम्मानित किया था। इसके साथ ही उन्हें ढाका का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और ईरान में इंटरनेशनल फेस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
जेसी पालीवाल रेलवे में कर्मी थे। वर्ष 1956 में गोरखपुर से तबादला होकर बरेली आये थे। फिर यहीं के होकर रह गए। श्री पालीवाल आल इण्डिया कल्चरल एसोशिएशन अध्यक्ष के अलावा देश प्रदेश की तमाम संस्थाओं से जुड़े रहे। आल इण्डिया कल्चरल एसोशिएशन बैनर तले श्री पालीवाल बरेली महोत्सव में भारत के अलावा दुनिया के तमाम देशों के नाट्य मंचन से जुड़े कलाकारों को आमंत्रित कर पिछले तीस वर्षों बरेली में नाट्य मंच करा रहे थे। वे टीवी चैनल पत्रकार संजीव पालीवाल के पिता थे।

