मंगल कलश यात्रा साथ श्रीमद्भागवत का हुआ शुभारंभ

बरेली, टेलीग्राम हिंदी। बरेली बदायूं मार्ग स्थित ग्राम सिरोही, निकट भमोरा ,श्री रामानन्द आश्रम से सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ मंगल कलश यात्रा के साथ हुआ। यात्रा का प्रारंभ वनखंडीनाथ मंदिर से प्रारंभ होकर सिरोही गांव से होते हुए नितोई गांव तक,, और वापस मंदिर पर आकार विश्राम हुई। कथा से पूर्व प्रातः काल की बेला में मंगलकलश एवं श्रीमद् भागवत पुराण की शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। बड़ी संख्या में महिलाओं व पुरुषों ने शोभायात्रा में भाग लिया। महिलाओं ने पीली साड़ी पहन कर नंगे पांव कलश सिर पर उठा कर नगर के मंदिरों में भ्रमण किया कलश यात्रा पर जगह-जगह भक्तों ने पुष्प वर्षा की। भगवान के जयकारे से वातावरण गुंजायमान हो उठा।शोभायात्रा के दौरान मंदिरो में पूजा अर्चना की गई। शाम की बेला में
कथावाचक महामंडलेश्वर बाबा श्री अमृतदास खाकी ने कलश यात्रा में शामिल होने का महत्व और भागवत की महिमा का बखान किया। श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस पर उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि अनंत जन्मों के पुण्यों का उदय होता है तब उन्हें भागवत कथा सुनने का अवसर प्राप्त होता है।


खाकी महाराज ने भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि मृत्यु को जानने से मृत्यु का भय मन से मिट जाता है, जिस प्रकार परीक्षित ने भागवत कथा का श्रवण कर अभय को प्राप्त किया, वैसे ही भागवत जीव को अभय बना देती है। श्रीमद्भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है। यह परमहंसों की संहिता है, भागवत कथा हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है। भागवत कथा भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न करती है। कलश यात्रा के दौरान महंत जानकीदास , जयराम दास , महंत मोहन दास , महंत नन्हें दास , अयोध्या से आए आचार्य पवन , आचार्य नीलेश, आचार्य विकास उपाध्याय ,आचार्य उमंग राजस्थान के कलाकारों द्वारा मधुर मई संगीत की धारा बहेगी । प्रथम दिवस पर आज कथा के प्रमुख यजमान महेश गुप्ता बरेली ग्रीन पार्क से। एच बी पाण्डे उझानी से सम्मिलित हुए।

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Author: Telegram Hindi