साहित्यकार आर्थिक सहायता हेतु करें आवेदन: आरपी सिंह

उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने मांगा प्रस्ताव

बरेली, टेलीग्राम हिंदी। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान निदेशक ने साहित्यकार कल्याण कोष योजना अंतर्गत विषम आर्थिक स्थितिग्रस्त या रुग्ण साहित्यकारों से चिकित्सा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। प्रार्थना पत्र 21 जुलाई तक जमा किए जा सकते हैं।

निदेशक, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ आरपी सिंह (आईएएस) ने बताया है कि उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हिंदी भवन, 6-महात्मा गांधी मार्ग, हजरतगंज लखनऊ में साहित्यकार कल्याण कोष योजना के अंतर्गत विषम आर्थिक स्थितिग्रस्त या रुग्ण साहित्यकारों को जिनकी वार्षिक आय समस्त स्रोतों से रुपए पांच लाख तक है, उन्हें अधिकतम रुपए पचास हजार तक अनावर्तक चिकित्सा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रकाशन अनुदान योजना अंतर्गत ऐसे रचनाकारों को, जिनकी वार्षिक आय समस्त स्रोतों से रुपया पांच लाख तक है, उनकी पांडुलिपि मुद्रण हेतु प्रकाशन अनुदान प्रदान करने हेतु प्रस्ताव आमंत्रित हैं। पुस्तक अधिकतम 200 पृष्ठों की है। पांडुलिपि संलग्न करना अनिवार्य है।

उन्होंने बताया कि प्रस्तुत पांडुलिपि वापस नहीं की जाएगी। दोनों योजनाओं की नियमावली व आवेदन पत्र का प्रारूप संस्थान कार्यालय से किसी कार्य दिवस में प्राप्त किया जा सकता है। संस्थान में प्रार्थना पत्र 21 जुलाई तक जमा किए जाएंगे। योजना विवरण व प्रार्थना पत्र का प्रारूप संस्थान वेबसाइट www.uphindisansfhan.in पर भी उपलब्ध है।

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Author: Telegram Hindi