



उमेश पाल अपहरण मामले में होनी है पेशी
बरेली। केन्द्रीय कारागार में बंद पूर्व विधायक अशरफ को बरेली से प्रयागराज लेकर पुलिस रवाना हुई। अशरफ बाहुबली अतीक अहमद का भाई है, जो जुलाई 2020 से बरेली जेल में बंद है। 28 मार्च को प्रयागराज में उमेशपाल अपहरण केस में फैसला आना है। उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में बम व गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। प्रयागराज में उमेशपाल हत्याकांड के बाद बरेली की सेंट्रल जेल का नाम जुड़ा। इस जेल में बाहुबली अतीक अहमद का पूर्व विधायक भाई अशरफ बंद है। बरेली जेल में बैठकर अशरफ ने उमेश की हत्या की साजिश रची। उमेश, प्रयागराज में 14 साल पहले हुए राजूपाल हत्याकांड में गवाह था। जिसे 24 फरवरी को पुलिस कस्टडी में प्रयागराज में मार दिया गया। राजूपाल की हत्या में अतीक और अशरफ मुख्य आरोपी हैं।
यह है बरेली जेल कनेक्शन
बाहुबली अतीक अहमद निवासी चकिया मोहल्ला धूमनगंज प्रयागराज 1 जनवरी 2019 को देवरिया जेल से बरेली सेंट्रल जेल में प्रशासनिक आधार पर लाया गया। 19 अप्रैल 2019 को फिर प्रशासनिक आधार पर नैनी जेल इलाहाबाद भेज दिया गया। अतीक का भाई खालिद असीम उर्फ अशरफ 11 जुलाई 2020 को नैनी जेल प्रयागराज से बरेली सेंट्रल जेल लाया गया, जो अभी भी बरेली जेल में बंद है।
अशरफ का साला सद्दाम अपने साथी लल्लागद्दी और अन्य साथियों को लेकर बरेली जेल में अशरफ से लगातार मुलाकात करता रहा। 11 फरवरी 2023 को बरेली जेल में अतीक के बेटे असद समेत 9 लोग बरेली जेल में अशरफ से मिले, जिनमें शूटर विजय उर्फ उस्मान चौधरी, गुड्डू मुस्लिम और गुलाम भी शामिल था।
बरेली जेल में अशरफ से शूटरों ने मुलाकात की उसके 13 दिन बाद 24 फरवरी को प्रयागराज में पुलिस सुरक्षा में उमेशपाल की हत्या कर दी। बरेली जेल से व्हाट्सएप कॉल की गई, प्रयागराज में पकड़े गए आरोपी के मोबाइल नंबर से इसकी पुष्टि हुई। अभी तक बरेली पुलिस जेल प्रकरण में सपा नेता लल्लागद्दी और जेल के दो सिपाहियों समेत 11 लोगों को जेल भेज चुकी है।
