गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गोरखपुर रीजनल स्टेडियम का कायाकल्प होने जा रहा है। यह स्टेडियम लखनऊ के बाबू केडी सिंह स्टेडियम की तर्ज पर हाइटेक होगा। न सिर्फ बैठने, खेल मैदान का नए सिरे से विकास होगा। ऐसी व्यवस्था की जा रही है जिससे यहां रात में भी फुटबाल व हॉकी के मैच हो सकेंगे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल रीजनल स्टेडियम के कायाकल्प की तैयारियों में जुट गए हैं।
16 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांसद खेल महाकुंभ के समापन समारोह में रीजनल स्टेडियम पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मंच से ही चारों तरफ निगाह दौड़ाकर स्टेडियम में बैठने के स्थान, ग्राउंड आदि का अवलोकन किया। मंच पर मौजूद एसीएस खेल को मौके पर ही स्टेडियम को हाइटेक करने की दिशा में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। इस संबंध में एसीएस खेल नवनीत सहगल का कहना है कि मुख्यमंत्री जी की मंशा है के अनुरूप गोरखपुर रीजनल स्टेडियम में चारों ओर सिटिंग अरेंजमेंट लखनऊ के बाबू केडी सिंह स्टेडियम की तरह किया जाएगा। इसे शामिल करते हुए तमाम अन्य खेल सुविधाओं के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड ने करीब 50 करोड़ रुपये (जीएसटी व सेस समेत) का आगणन तैयार भी कर लिया है। मुख्यमंत्री की सहमति से इसमें कुछ फेरबदल भी किए जा सकते हैं।
फिलहाल रीजनल स्टेडियम को उच्चीकृत करने के लिए जो प्रारंभिक इस्टीमेट बनाया गया उसके मुताबिक काम हुआ तो स्टेडियम का कायाकल्प हो जाएगा। मुख्यमंत्री के सुझाव पर इसमें कुछ नए प्रावधान भी शामिल किए जा रहे हैं। मसलन रात में भी हॉकी-फुटबाल आदि के मैच आयोजित करने के लिए फ्लड लाइट भी लगवाई जाएगी। मैदान को और ग्रासी बनाया जाएगा।
पैविलियन में बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था होगी। टेबल टेनिस हाल, 4 टॉयलेट ब्लॉक, 2 पैविलियन टॉयलेट, दो बॉक्सिंग रिंग, वीआईपी लाउंज, स्विमिंग पुल, वार्मअप पुल, रिसेप्शन व चेंजिंग एरिया, स्विमिंग पुल सिटिंग एरिया, जिम्नास्टिक हाल, वेट लिफ्टिंग हाल, एथलेटिक ट्रैक, 2420 सिटिंग चेयर की व्यवस्था।
