अब तक सबसे युवा मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कई उल्लेखनीय काम किया
(डीडी पाण्डे)
टेलीग्राम संवाद, देहरादून। उत्तराखंड में आज जो भाजपा को सत्ता मिली है उसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कड़ी मेहनत और जनता से उनका जुड़ाव कम मायने नहीं रखता। अपनी दिन रात की मेहनत और पूरे प्रदेश को मथकर उन्होने अपनी काबिलियत को सिद्ध कर दिया और बीजेपी की सत्ता मे वापसी हुई। चुनाव के आख़िरी सालों में जब पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी हुई तो इतने कम समय में ही उन्होंने पूरे देव भूमि को मथ दिया। हर किसी से अपने को कनेक्ट किया। गाँव, शहर गरीब मज़दूर हर किसी तक सरकार की कल्याणकारी योजनाएँ पहुँचे इसका प्रबंध भी किया।

पुष्कर सिंह धामी संघर्ष बदौलत चुनावी युद्ध में बीजेपी की शानदार विजय ने उनकी चहुँओर जय जयकार कर दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मेरे तब के परिचित हैं जब वह लखनऊ विवि में अपनी उच्च शिक्षा की पढ़ाई कर रहे थे। तब भी वह विवि साथियों साथ ऐसे ही कनेक्ट रहते थे उस समय भी उनका जो कनेक्ट था उस कारण से विद्यार्थियों मे उत्तराखंडी अंत: वासियों के वह प्रमुख चेहरे थे। हर पल उपलब्ध, मिलनसार व्यक्तित्व और हँसमुख स्वभाव उन्हें औरों से अलग पंक्ति में खड़ा करता था। सरलता और सौम्यता के कहने ही क्या थे।
उत्तराखंड राज्य गठन को आगे 25 साल पूरे होंगे और राज्य स्थापना का रजत वर्ष मनाएगा। उत्तराखंड मे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पारंपरिक धारणाओं को तोड़ा है। उत्तराखंड निवेशकों का दूसरा घर हो गया है। प्रदेश में रेलवे, हवाई व रोप वे संपर्क की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। जौलीग्रांट व पंतनगर हवाई अड्डों से विभिन्न राज्यों के लिए हवाई सेवाओं की संख्या में वृद्धि की गई। साथ ही उड़ान योजना अंतर्गत सात स्थानों से हेली सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।

चारधाम यात्रा हेतु हेली सेवाएं संचालित हो रही हैं। प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देेने के लिए अन्य स्थानों से भी हेली सेवाएं शुरू करने पर विचार कर रही है। चारधाम आल वेदर रोड का निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है। इससे चार धाम के साथ ही इससे लगे पर्यटन क्षेत्रों तक पर्यटकों की पहुंच सुगम हुई है। राज्य में अब तक सबसे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नेतृत्व में उपलब्धियों से भरा रहा है। बीते वर्षों मे सम्पन्न उत्तराखंड में वैश्विक निवेशक सम्मेलन राज्य में विकास मार्ग को प्रशस्त करने की दिशा में अहम कदम माना गया है। निवेशक सम्मेलन के लिए प्रदेश सरकार ने 2.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश करार का लक्ष्य रखा पर हैरत तब हुई जब निवेश का लक्ष्य का आंकड़ा 3.50 लाख करोड़ से अधिक पहुंच गया। इसमें सबसे अधिक 1.03 लाख करोड़ के करार अकेले ऊर्जा क्षेत्र में हुए। उद्योग क्षेत्र में 78 हजार करोड़ के करार हुए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अब तक उत्तराखंड में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आ चुका है। 2023 की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में हुए 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू में से 1 लाख करोड़ जमीन पर उतर चुका है। अभी हाल ही मे ही गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति मे रुद्रपुर में 1,271 करोड़ रुपये के पांच उद्घाटन और 14 शिलान्यास भी किए गए।
सीमांत गांवों के लिए 51 वाइब्रेंट विलेज का चयन हो या पर्यटन का क्षेत्र, राज्य ने प्रगति के पथ पर मजबूती से कदम बढ़ाए हैं। फिल्मकारों के पसंदीदा शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में पहचान स्थापित करने के साथ ही वैश्विक निवेशक सम्मेलन के जरिये उत्तराखंड ने धामी के नेतृत्व मे देश-दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
कुल मिलाकर अगर यह कहा जाए कि उत्तराखंड के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का अभी तक का कार्यकाल विकास के नए आयाम स्थापित करने वाला रहा है, तो गलत नहीं होगा।

(लेखक स्वतंत्र स्तम्भकार है)
