बरेली, टेलीग्राम हिंदी। पुराना शहर मीरा पैठ स्थित ठाकुर जी महाराज मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन व्यास मंचासीन कथा व्यास आचार्य मुकेश मिश्रा ने कहा कि श्रीमदभागवत का अर्थ है भगवान में रत, लीन हो जाना। गोपी लीला वर्णन करते हुए उद्धव गोपी संवाद का रसास्वादन कराया। बताया कि गुरु से मिलने और मंदिर कभी खाली जाना नहीं जाना चाहिए। आचरण को निष्काम भाव से करते रहना चाहिए, अच्छे भक्त का यही लक्षण है।कथा सुनने से मन की व्यथा दूर हो जाती है, यदि हृदय से कथा सुनेंगे तो आप को खुद ही साक्षात भगवान की अनुभूति होगी। कथा व्यास ने बाल लीला में सभी असुरों के वध का भी उल्लेख किया। कथा के दौरान महारास प्रसंग, अक्रूर का वृंदावन जाना, कृष्ण के द्वारा कंस का वध और रुक्मणी मंगल की कथाओं का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। रुक्मणी,कृष्ण की झांकी निकाली गई और वेद मंत्रों के साथ रुक्मणी कृष्ण का विवाह संपन्न कराया। भगवान की दिव्य झांकी का दर्शन को देखकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। हरिशंकर शर्मा, विमल पाराशरी ने सुंदर भजन प्रस्तुत किए जिसको सुनकर के श्रद्धालुओं को झूमने लगे।
शनिवार को व्यास मंच की पूजा अर्चना मुख्य यजमान गिरजा किशोर गुप्ता ने सपत्नीक की। इस मौके पर कमलेश गुप्ता, सुनील शर्मा, संजू गुप्ता, पंकज गुप्ता, गौरव गुप्ता, ममता गुप्ता, मुरारी गुप्ता, संजीव गुप्ता, सुरेश गुप्ता, उदित मिश्रा रजत मिश्रा सहित भारी संख्या में सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

