नाटक आकर्षित करने में फिल्मों जैसा प्रयोग जरूरी-अभिनेता सौरभ शुक्ला

आर.बी. लाल

टेलीग्राम संवाद, बरेली। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता भारतीय अभिनेता सौरभ शुक्ला अपने नाटक बर्फ का मंचन करने बरेली आए थे। सोमवार सुबह उनसे कुछ बातचीत हुई उन्होंने कहा छोटे शहरों में नाटक चलाना या मंचन करना एक मुश्किल काम है फिर भी बरेली जैसे शहर में गतिविधियां सराहनीय है।उनका कहना है पारंपरिक नाटक बनाने के साथ ही नये प्रयोग कर फिल्मों की तरह नाटक बनाने की जरूरत है, जिससे दर्शकों को आकर्षित किया जा सके।

नाटक बर्फ एक रोमांचकारी प्ले है। सौरभ शुक्ला ने बरेली में अपना बर्फ नामक नाटक दो बार मंचन किया। दर्शकों से खूब वाहवाही लूटी। नाटक देख रहे लोगों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। बरेली जैसे छोटे शहर में बड़े अभिनेता द्वारा नाटक प्रस्तुति आसान काम नहीं था। फिर भी ड्रामा ड्रॉप्सआउट्स व वेगामाईन नामक संस्था ने इसे कर दिखाया। जिसमें शोभा भसीन, खुशी भसीन, तनुज भसीन, संदीप झावर, विभोर गोयल जैसे कई लोग लोगों ने सक्रिय योगदान दिया। अभिनेता सौरभ शुक्ला द्वारा अभिनीत, निर्देशित नाटक देखकर लोगों ने सराहा। बरेली में वह में पहली बार नाटक करने आए थे। श्री शुक्ला अपनी एक अमित छाप छोड़कर गए हैं। साथ ही यह भी सीख दे गए कि बरेली में नाटक बेहतर तरीके से किया जा सकता है।

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Author: telegramsamvad