मुख्यमंत्री एक्शन में, बरेली में दौड़ा करंट

बिजली संकट से बरेली स्मार्ट सिटी हुआ बेहाल

नो ट्रिपिंग जोन फिर भी हर 10 मिनट में हो रही ट्रिपिंग

जिला में ओवरलोडिंग से जून में धराशाई हुए 489 ट्रांसफॉर्मर

बरेली, टेलीग्राम हिन्दी। तापमान बढ़ने से गर्मी प्रकोप कुछ ज्यादा ही हो गया है। इससे बिजली मांग बड़ी है। प्रदेश भर में विभिन्न स्थानों पर आपूर्ति व्यवस्था लड़खड़ा गई है। ओवरलोडिंग से ट्रांसफार्मर हांपने लगे हैं। बरेली जिला में पिछले दो सप्ताह में 489 ट्रांसफार्मर धराशाई हुए हैं। विभाग में इनको बदलने की व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से अस्त व्यस्त हुई विद्युत सप्लाई व्यवस्था से मुख्यमंत्री संतुष्ट नहीं है। उनकी नाराजगी देख पावर कारपोरेशन अफसर एक्शन में आ गए हैं, इसका असर निचले स्तर पर भी ही दिख रहा है।

बरेली स्मार्ट सिटी परियोजना वैसे तो विभिन्न आरोपों में घिरी हुई है लेकिन बिजली संकट बढ़ने से बरेली महानगर बेहाल भी हो गया है। बिजली मांग बढ़ते ही स्मार्ट सिटी परियोजना में प्रयोग में लाई गई घटिया सामग्री आदि ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है। सिविल लाइन और विभिन्न क्षेत्रों में स्मार्ट सिटी परियोजना से बिजली सप्लाई से संबंधित जुड़े कार्य हुए हैं वहां पर जगह-जगह फाल्ट ज्यादा हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि बरेली नगर करीब तीन वर्ष पहले नो ट्रिपिंग जोन में शामिल किया गया था लेकिन अब स्थिति यह है कि हर 10 मिनट में बिजली गुल हो रही है। बिजली कितनी देर तक गुल रहेगी अथवा फाल्ट कब तक सही होगा, इसकी जानकारी भी विभाग नहीं दे पा रहा है। जबकि इससे पहले उपकेंद्र वार सूचना संबंधी व्यवस्था लागू थी।

मुख्यमंत्री एक्शन में अफसर आए टेंशन में

प्रबंध निदेशक पावर कारपोरेशन पंकज कुमार बरेली जोन में निरीक्षण करने पहुंचे

विद्युत संकट पर नाराज हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अचानक शुक्रवार रात में अपने आवास पर ऊर्जा मंत्री और पावर कॉरपोरेशन अफसर तलब किए थे। क्योंकि लगातार बिजली कटौती ट्रिपिंग ओल्ड फाल्ट और अन्य कारणों से हर जगह घंटों बिजली गुल हो रही है, इससे कानून व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है। जबकि प्रदेश में भाजपा सरकार ने बनते ही 24 घंटे शहरों में सप्लाई देने का वादा किया था। ग्रामीण और तहसील स्तर पर भी पर्याप्त आपूर्ति करने को कहा था, इसके तहत सिस्टम ठीक-ठाक चल रहा था। अचानक विद्युत संकट आ गया। माना जा रहा है विभागीय लापरवाही और अन्य कारणों से यह कृत्रिम संकट पैदा हुआ है।

बताया जाता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी इस पर काफी गुस्साए हुए हैं। उनकी नाराजगी देख ऊर्जा मंत्री समेत भी एक्शन में आ गए हैं। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भी अपने स्तर से बैठक बुलाई और दिशा निर्देश दिए। बैठक में चर्चा हुई कि किस तरह संकट से निपटा जाए। एक किलो वाट तक घरेलू उपभोक्ताओं के कनेक्शनों पर बकायदारी होने पर भी ना काटने के निर्देश दिए गए। यह व्यवस्था 31 जुलाई तक लागू रहेगी। ट्रांसफार्मर खराब होते ही उन्हें जल्द से जल्द बदलने और सही कराने का भी आदेश दिया गया है। पावर कॉरपोरेशन में हो रही हलचल का असर बरेली में भी दिख रहा है। विभागीय अधिकारी शनिवार सुबह से ही कार्य योजना बनाने में लग गए और ट्रांसफार्मर फुंकने से चिंतित भी दिखे। प्रबंध निदेशक पावर कारपोरेशन पंकज कुमार शनिवार अपराह्न बरेली जोन में संबंधित जायजा लेने दौड़ पड़े।

कागजों पर कटौती नहीं फिर भी घंटों सप्लाई गुल

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा जुटाए गए आंकड़ों में बरेली में औसतन हर दिन 04 घंटा बिजली गुल हो रही है जबकि स्थानीय अधिकारी कहते हैं कि कोई कटौती नहीं है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत होने वाले कार्यों अथवा अन्य फाल्ट आदि की वजह से सप्लाई बाधित रहती है।

बिजली मांग घटी फिर भी फुंक रहे ट्रांसफार्मर

विभागीय आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्ष के सापेक्ष इस बार अप्रैल माह से जून तक बिजली मांग में काफी कमी आई है। फिर भी ट्रांसफार्मर वेहताशा धराशाई हुए हैं। सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र में ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं। विभागीय सूत्रों ने बताया की 10, 16 और 25 केवीए क्षमता वाले ट्रांसफार्मर ज्यादा फुंके हैं। बरेली जिला में जून (अब तक) 489 ट्रांसफार्मर ध्वस्त हुए हैं जिनकी कीमत करोड़ों रुपए बताई जाती है।

मुख्यमंत्री सख्त, बोले

  • आपूर्ति फीडरवार जवाबदेही तय हो
  • जरूरत पड़े तो अतिरिक्त बिजली
  • ग्रामीण या शहर, तत्काल बदलें खराब ट्रांसफार्मर, फाल्ट जल्द हो दूर
  • बिजली सप्लाई पर हर दिन समीक्षा हो
  • जिले में कंट्रोल रूम, डीएम खुद करेंगे मॉनीटरिंग
  • जिला मुख्यालय 24, तहसील 22 और ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे आपूर्ति

सप्लाई समस्या है तो डायल करें

मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए एक्शन पर पूरा विभाग में हलचल मची हुई है। आनन-फानन में बरेली जोन और बरेली जिला में होने वाली विद्युत संकट संबंधी शिकायतें सुनने अथवा उनका निराकरण कराने संबंधी नियंत्रण कक्ष तत्काल प्रभाव से सक्रिय कर दिया गया है।
अधीक्षण अभियंता ग्रामीण एके चौरसिया ने बताया कि बरेली जिला से संबंधित बिजली समस्या 242 1333 फोन पर संपर्क किया जा सकता है। जबकि बरेली जोन से संबंधित शिकायतें 242 7162 फोन नंबर पर दर्ज कराई जा सकती है।

ओवरलोडिंग से फुंक रहे ट्रांसफार्मर: राजीव शर्मा

चीफ इंजीनियर बरेली जोन राजीव शर्मा ने बताया कि तापमान बढ़ने से विद्युत सफाई सप्लाई व्यवस्था प्रभावित हो जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई वगैरह खूब हो रही है इसलिए वहां छोटे ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं, उन्हें जल्द से जल्द बदला भी जा रहा है। ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग से प्रभावित हुए हैं। इसके बावजूद पर्याप्त बिजली सप्लाई कराई जा रही है।
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Author: telegramsamvad