मेहविश बनीं महिमा, अपनाया सनातन धर्म

  • प्रेमी सरन संग मंदिर में लिए सात फेरे

बरेली। शाकाहारी मुस्लिम परिवार में जन्म लेने वाली मेहविश बचपन से भगवान गणेश में आस्था रखतीं है। कभी मांसाहार नहीं किया। बालिग हुईं तो समाज में तीन तलाक, हलाला जैसी चर्चा सुनकर डर जाती थीं। शुक्रवार शाम वह प्रेमी सरन मौर्य संग मंदिर पहुंची और हिंदू बनकर सात फेरे ले लिए और अपना नाम महिमा मौर्य रख लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हिंदू बनने के बाद अब तीन तलाक या हलाला का डर नहीं रहा।

मेहविश (महिमा) और सरन मौर्य भुता ब्लाक में सिंघाई मुरावान गांव के निवासी हैं। मेहविश हाईस्कूल और सरन ने आठवीं तक पढ़ाई की है। दोनों एक दूसरे के पड़ोसी हैं। मेहविश ने बताया कि हिंदू पूजा पद्धति व भगवान गणेश में आस्था रही। सरन
से अक्सर इस बारे में बात करती थी। चार वर्ष पहले दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए तो विवाह का निर्णय लिया। यह बात दोनों परिवारों तक पहुंच गई। सरन के स्वजन तो तैयार हो गए लेकिन मेरे घरवालों ने विरोध शुरू कर दिया। पिछले महीने तय कर लिया था कि दोनों गांव छोड़कर विवाह कर किसी अन्य स्थान पर रहने लगेंगे।

घर त्यागा और पहुंच गए मंदिर, लिए फेरे

सप्ताह भर पहले घर छोड़ दिया। कुछ लोगों से जानकारी लेकर शुक्रवार सुबह ही गांव से बरेली नगर स्थित मढ़ीनाथ स्थित अगस्त्य मुनि आश्रम के महंत आचार्य केके शंखधार के पास पहुंचे। दोनों ने बालिग होने के प्रमाणपत्र दिखाए। शपथ पत्र देकर मेहविश ने कहा कि हिंदू बनना चाहती हैं। इसके बाद केके शंखधार ने शुद्धि यज्ञ, फिर परिसर स्थित मंदिर परिसर गुरुवार शाम तक वैवाहिक प्रक्रिया पूरी कराई।

महिमा ने बताया कि सरन कृषि करते हैं। शनिवार सुबह डीएम कार्यालय पहुंचकर मतांतरण का प्रार्थना पत्र दिया है। परिवार के लोग विरोध कर रहे इसलिए एसएसपी अखिलेश चौरसिया से सुरक्षा की की गुहार लगाई है। बोलीं, हिंदुओं में सर्वे भवंतु सुखिनः भावना है। हर किसी का सम्मान है, इसलिए मुस्लिम धर्म त्यागकर हिंदू बनी हूं।

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Author: telegramsamvad