संघ प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे बरेली, तीन दिन होगा प्रवास, संवाद शुरू

बरेली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरसंघचालक डा. मोहन भागवत गुरुवार रात सवा 12 बजे बरेली पहुंच गए। शुक्रवार सुबह से उन्होंने संवाद शुरू कर दिया। अयोध्या एक्सप्रेस-नई दिल्ली से पहुंचे मोहन भागवत ने शुक्रवार सुबह से ही निर्धारित कार्यक्रमों में भाग लेना शुरू कर दिया। वह 20 फरवरी को बरेली से लखनऊ प्रस्थान करेंगे। वहां से वायुयान से नागपुर जाएंगे।

बरेली पहुंचे आरएसएस प्रमुख डा. मोहन भागवत तीन दिवसीय प्रवास में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। शुक्रवार को डोहरा मार्ग स्थित जीआरएम स्कूल परिसर में प्रमुख कार्यकर्ताओं से संवाद व बैठको का दौर शुरू हो गया। शनिवार को भी इसका सिलसिला चलेगा। रविवार सुबह से कुटुंब प्रबोधन होगा, जिसमें महानगर व जिला से दायित्ववान कार्यकर्ताओं व स्वजन आदि आमंत्रित किए गए हैं। उनकी सुरक्षा में बड़ी संख्या में फोर्स लगाया गया है।

शुक्रवार सुबह से स्कूल परिसर में शाखा के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम क्रम प्रारंभ हो गया। पहले दिन प्रांतीय बैठक हुई। इसमें प्रांत प्रचारक व सह प्रांत प्रचारक, प्रांत कार्यवाह एवं सहकार्यवाह, प्रांत प्रचार प्रमुख व क्षेत्रीय दायित्ववान कार्यकर्ताओं से संवाद, विमर्श शुरू हुआ। पूरे दिन में छह सत्रों में अलग विषयों पर चर्चा होना है।

19 फरवरी को होगा कुटुंब प्रबोधन-
19 फरवरी को कुटुंब प्रबोधन होगा इसमें स्वजन समेत स्वयंसेवक शामिल होंगे। आरआरएस प्रमुख कार्यक्रम में ब्रज प्रांत अंतर्गत आने वाले बरेली, आगरा, पीलीभीत, बदायूं, मथुरा, कासगंज, अलीगढ़, आगरा समेत सभी 14 जिलों से प्रमुख कार्यकर्ता बुलाए गए हैं। यह कार्यक्रम रुहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर स्थित अटल सभागार में होगा।

शालीनता भरा होगा कार्यक्रम-
एक संघ पदाधिकारी ने बताया कि शताब्दी वर्ष से पहले शाखाओं को 100 फीसदी ग्राम पंचायतों तक पहुंचाने पर बात होगी। बैठक में बताया जाएगा कि शताब्दी वर्ष कैसे मनाना है और किस तरह अभियान चलाने हैं। यह भी निर्देश दिए जाएंगे कि कोई भी कार्यक्रम भव्य नहीं होगा। पदाधिकारी ने बताया कि
परिवार प्रबंधन, ग्राम विकास, गो सेवा, सामाजिक समरसता और पर्यावरण जैसे सामाजिक परिवर्तन गतिविधियों पर चर्चा होगी। उनके आगमन पर डीएम शिवाकांत द्विवेदी, आईजी डॉ. राकेश सिंह व एसएसपी अखिलेश चौरसिया समेत प्रशासन व पुलिस अधिकारी मौजूद रहे और स्वागत किया।

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Author: telegramsamvad