नई दिल्ली । एक तरफ विपक्ष केंद्र की अग्निपथ योजना का विरोध कर रहा है और दूसरी तरफ युवा इस योजना के तहत नौकरी पानी के लिए जमकर आवेदन कर रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी कि भारतीय वायु सेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होने के बाद छह दिन के भीतर ही दो लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
केंद्र सरकार ने हाल ही में भारतीय सेनाओं की औसत आयु घटाने के उद्देश्य से 17.5-21 आयु वर्ग के युवाओं के लिए सेनाओं में चार साल की नौकरी की पेशकश की है सरकार का कहना है कि इसके तहत भारतीय सेनाओं की औसत आयु कम की जाएगी और सरकार व सेना पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को कम होगा।
चार साल के लिए सेनाओं में भर्ती होने वाले अग्निवीरों में से 25 फीसद को सेना में स्थायी कमीशन दिए जाने की भी बात सरकार ने कही है. यही नहीं प्राइवेट क्षेत्र की कई कंपनियों ने भी अग्निवीरों को नौकरी देने का आश्वासन दिया है और अन्य सुरक्षा एजेंसियों में भी रिटायर अग्निवीरों को प्राथमिकता दी जाएगी। कांग्रेस सहित समूचा विपक्ष इस योजना का विरोध कर रहा है और कांग्रेस तो इसके विरोध में देशभर में रैलियां कर रही है।
अग्निपथ योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई थी और रविवार 26 जून तक 56 हजार, 960 तथा सोमवार तक 94 हजार, 281 आवेदन प्राप्त हुए थे योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी और इसके एक सप्ताह बाद तक योजना के विरोध में कई राज्यों में प्रदर्शन हुए थे।
पांच जुलाई तक रजिस्ट्रेशन
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए. भारत भूषण बाबू ने ट्वीट किया, ‘दो लाख, एक हजार, से ज्यादा उम्मीदवारों ने अग्निवीर वायु बनने के लिए आवेदन किया है। पंजीकरण की अंतिम तारीख पांच जुलाई 2022 है.’ इससे पहले वायु सेना ने ट्वीट किया, ‘अब तक रजिस्ट्रेशन वेबसाइट पर एक लाख, 83 हजार, 634 भविष्य के अग्निवीरों ने आवेदन किया है। पंजीकरण पांच जुलाई को बंद होगा। इस योजना के तहत सरकार साढ़े सत्रह से 21 वर्ष के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती करेगी, जिसमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा में लिया जाएगा।
