जांच दौरान गिरी गाज, एक्सईएन HR पर कसेगा शिकंजा

टेलीग्राम संवाद
बरेली। पहले छापा कार्यवाही फिर सौदेबाजी। बिजली विभाग में यह खेल काफी समय से चल रहा है। वर्टिकल योजना में अधिशासी अभियंता HR
मुखिया है। उनके नेतृत्व में चेकिंग स्टाफ भी काम करता है। इसके साथ ही जनसंपर्क जिम्मेदारी भी है। HR एक्सईएन नेतृत्व में हो रहे चेकिंग अभियान में सौदेबाजी आम बात हो गई है। ऑडियो भी पिछले दिनों जारी हुआ था। जिसमें चेकिंग में मिली धनराशि संबंधी बंटवारा करते सुनाई दे रहे हैं। एक्सईएन HR ने इस पर कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। मामला चीफ इंजीनियर तक पहुंच गया तब जांच शुरू हो गई। इस बीच दो आरोपी अवर अभियंता स्थानांतरित कर दिए गए। आदेश जारी होते ही बिजली विभाग में चर्चा आम हो गई।

सोशल मीडिया में वायरल हुए ऑडियो संज्ञान लेकर जांच कमेटी गठित होने बाद रेड वर्टिकल में तैनात दोनों अवर अभियंता (जेई) को हटा दिया गया है। दोनों जेई को अब दूसरे वर्टिकल में भेज दिया गया है। इसके साथ ही अब वायरल ऑडियो में शामिल अन्य लोगों व गिरोह मुखिया पर शिकंजा कसने की तैयारी है। काम कर रही है। एचआर टीम द्वारा वसूली संबंधी ऑडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। इसमें चेकिंग में पकड़ी गई बिजली चोरी को 12 हजार में निपटाने की बात कही गई। मामला सामने आते ही मुख्य अभियंता ने अधीक्षण अभियंता नगर ब्रह्मपाल को कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। एसई ने अधिशासी अभियंंता सत्येंद्र चौहान और सहायक अभियंंता रविंद्र कुमार की संयुक्त जांच टीम बनाकर रिपोर्ट तलब कर ली।
अधीक्षण अभियंता नगर ब्रह्मपाल अनुसार एचआर एंड रेड वर्टिकल में तैनात अवर अभियंता अवध नारायण पाल 33केवी वर्टिकल व अनिल कुमार गुप्ता कॉर्मिशियल-टू वर्टिकल में भेजा गया है। वहीं उनकी जगह 33केवी अवर अभियंता गयादीन व कॉमर्शियल द्वितीय जुगराज सिंह रावत एचआर टीम में भेजा गया है।
एसई नगर ने बताया कि इस प्रकरण में कई संविदा कर्मियों व अन्य नाम सामने आए है। जो भी शामिल होगा सभी पर कार्रवाई होगी। अधिशासी अभियंता द्वारा निगरानी में क्या लापरवाही रही ? इस पर भी जांच हो रही है।



