आईवीआरआई के रिटायर्ड वैज्ञानिक से 1.29 करोड़ की साइबर ठगी: सीबीआई अधिकारी बनकर किया ‘डिजिटल अरेस्ट’, चार ठग गिरफ्तार

क्रिप्टोकरेंसी में बदल डाले रुपये, 125 फर्जी खातों का इस्तेमाल
बरेली पुलिस व लखनऊ एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में गिरोह का भंडाफोड़

टेलीग्राम संवाद

बरेली। देश भर में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच बरेली पुलिस और लखनऊ एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में एक अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। आरोपियों ने खुद को सीबीआई और बेंगलुरु पुलिस का अधिकारी बताकर व्हाट्सएप और वीडियो कॉल के जरिए इज्जतनगर, बरेली निवासी आईवीआरआई के रिटायर्ड वैज्ञानिक शुकदेव नंदी को डिजिटल अरेस्ट में ले लिया और झांसा देकर ₹1.29 करोड़ की ठगी कर डाली।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह रकम तीन अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराई गई, जिसे आरोपियों ने 125 फर्जी खातों के माध्यम से घुमाया और अंत में क्रिप्टोकरेंसी में बदल कर अपने गैंग के सदस्यों तक पहुंचा दिया। गिरफ्तार चारों आरोपी लखनऊ और गोंडा के रहने वाले हैं, जिन्हें लखनऊ से पकड़ा गया है।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम व प्रोफाइल:

  1. सुधीर कुमार चौरसिया पुत्र रामधीरज निवासी लाला बाग दूबग्गा लखनऊ उम्र 26 वर्ष शिक्षा-बी. काम ।
  2. रजनीश द्विवेदी पुत्र रामधर द्विवेदी निवासी खालेगांव थाना धपिया गोण्डा, उम्र 25 वर्ष शिक्षा-बी.ए.।
  3. श्याम कुमार वर्मा पुत्र राकेश कुमार निवासी रूपपुर मदेगंज खदरा लखनऊ, उम्र 27 वर्ष, शिक्षा-बी.ए. ।
  4. महेन्द्र प्रताप सि पुत्र हरगोविन्द सिह निवासी गंगौत्री बिहार फेस 2 भैसोरा लालकोठी खरगापुर गोमती नगर एक्सटेनशन लखनऊ, उम्र 30 वर्ष, शिक्षा- बी.एस.सी ।

बरामदगी का विवरण:- इनके पास से 6 मोबाइल फोन, 4 चेकबुक, और 6 एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं।

ठगी की कहानी:

17 जून से 20 जून के बीच, आरोपियों ने पीड़ित वैज्ञानिक को वीडियो कॉल कर डराया कि उनके आधार कार्ड से फर्जी सिम लिए गए, जिनका इस्तेमाल मानव तस्करी और जॉब फ्रॉड में हो रहा है। सरकारी एजेंसी होने का डर दिखाकर पीड़ित से ₹1,29,00,000 रुपये तीन खातों में ट्रांसफर करवा लिए। रकम मिलते ही उसे कई खातों में फैलाकर क्रिप्टो वॉलेट्स में बदल दिया गया।

पुलिस के अनुसार, इस गिरोह का नेटवर्क दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और तेलंगाना तक फैला है। बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है।


गिरफ्तारी में लगी पुलिस टीम:

प्र0नि0 श्री दिनेश कुमार शर्मा

हे0का0 धीरज कुमार

हे0का0 विलिश कुमार

हे0का0 हरेन्द्र कुमार

का0 मुक्तेन्द्र देव

का0 अंकुल सिंह

का0 सिद्धार्थ सिंह (2923)

एसटीएफ टीम:

निरीक्षक अंजनी कुमार पाण्डेय

निरीक्षक आदित्य कुमार सिंह

हे0का0 सुनील कुमार सिंह

हे0का0 अखिलेश कुमार

हे0का0 गौरव सिंह

हे0का0 प्रभाकर पाण्डेय

हे0का0 शेर बहादुर

एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि इस गिरोह के खिलाफ तकनीकी और साइबर जांच तेज कर दी गई है और यह कार्रवाई ऐसे नेटवर्कों पर लगाम कसने की दिशा में बड़ा कदम है।

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Author: telegramsamvad