



सीएम ने बरेली जिला पायलट प्रोजेक्ट में किया है शामिल
दुकानों पर राशन, एलपीजी और दैनिक उपभोग वस्तुएं भी मिलेंगी
बरेली, टेलीग्राम हिंदी। खाद्य व रसद विभाग बरेली ने पारदर्शी सार्वजनिक वितरण प्रणाली विकसित कर दिया है जिसकी सराहना खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कर चुके हैं। बरेली में दुकान निर्माण तेजी से कराया जा रहा है इसी माह से इन दुकानों पर सरकारी राशन और अन्य वस्तुएं बिक्री हेतु उपलब्ध होंगी।

संभागीय खाद्य नियंत्रक/ बरेली विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने पिछले दिनों अन्नपूर्णा मॉडल तैयार कर मुख्यमंत्री जी समक्ष प्रस्तुत किया था। उनका अभिनव प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री जी को भा गया और पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्देश दिए थे। दिया। इसके तहत बरेली मंडल पायलट प्रोजेक्ट में शामिल हो गया है। मंडल में 52 स्थानों पर अन्नपूर्णा दुकानें बनेंगी।
जिला पूर्ति अधिकारी बरेली नीरज सिंह ने पायलट योजना बरेली जिला में जून माह में लागू करने हेतु कवायद शुरू कर दी है। बरेली जिला में 15 ग्रामीण स्थानों पर अन्नपूर्णा दुकान निर्माण शुरू हो गया है। कई स्थानों पर निर्माण कार्य पूरा होने की स्थिति में है। अगले दो सप्ताह में दुकानें तैयार होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण क्षेत्र में अक्सर राशन वितरण को लेकर तमाम शिकायतें रहती थी, इसके निदान के लिए आरएफसी बरेली जोगिंदर सिंह ने एक कार्य योजना बनाई। इसका नाम अन्नपूर्णा रखा। मुख्यमंत्री जी ने जब विस्तृत रूप से कार्य योजना समझी तो उन्होंने पीठ थपथपाई और प्रोजेक्ट पूरे प्रदेश में लागू करने के निर्देश भी दे दिए थे। मुख्यमंत्री जी खुद विभाग के मुखिया भी हैं।
बरेली में पायलट प्रोजेक्ट से बन रही हैं अन्नपूर्णा दुकानें
बरेली मंडल पायलट प्रोजेक्ट में शामिल है। जिसमें 52 दुकानें प्रस्तावित हैं। बरेली जिला में अन्नपूर्णा दुकान निर्माण तेजी से हो रहा है। बरेली जिला में 15 अन्नपूर्णा दुकानें बिथरी चैनपुर में भरतौल क्यारा मे उमरसिया रामनगर में मनोना, मझगवा में अंतपुर, भोजीपुरा में बोहित, शेरगढ़ में दुनका, नवाबगंज में हाफिजगंज, भदपुरा में अल्हैया, फतेहगंज पश्चिमी में अगरास, बहेड़ी में मंडनपुर शुमाली, मीरगंज में सिधौली, आलमपुर जाफराबाद में बलिया, भुता में सुनोर मुरारपुर, दमखोदा में मुड़िया नबी बख्श, फरीदपुर में लौंगपुर बनाई जा रही है। कई स्थानों पर निर्माण कार्य अगले दो सप्ताह में पूरा हो जाएगा। अन्नपूर्णा मॉडल यूपी में लागू होना बरेली के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
दुकान एक सुविधा अनेक: डीएसओ

जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि अन्नपूर्णा प्रोजेक्ट का उद्देश्य खाद्यान्न का सुरक्षित व पर्याप्त भण्डारण किया जाना।
सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था का प्रभावी क्रियान्वन सरकार द्वारा कराया जा रहा है। खाद्यान्न सार्वजनिक स्थल से भेदभाव व गुटबाजी से परे लोगों को उपलब्ध कराना है। उचित दर दुकान स्थायी होगी। विक्रेता परिवर्तन से प्रभावित नही होगी।
उन्होंने बताया कि दुकान एक सुविधाएं अनेक यानी आमजन को दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं व अन्य सेवाएं अन्नपूर्णा दुकानों पर आसानी से उपलब्ध होंगी। राशन कार्ड धारक और अन्य ग्राहक सुविधा के लिए दुकान के सामने बरामदा / प्रतीक्षा शेड होगा।
साइन बोर्ड पर उचित दर विक्रेता नाम, मोबाइल नंबर, दुकान खुलने व बंद समय, आवंटन, स्टॉक, अंत्योदय कार्ड सूची, संबंधित अफसरों के मोबाइल नंबर तथा टोल फ्री नंबर अंकित होगा। दुकान में लगभग 400 कट्टे खाद्यात्र एक साथ भंडारित किया जा सकेगा। अन्नपूर्णा दुकान परिसर में जनरल स्टोर होगा। पांच किलो एलपीजी सिलेंडर, माइको एटीएम, ई-स्टाम्प विक्रय, अग्निशमन यंत्र सुविधायें प्रस्तावित है। अन्नपूर्णा प्रोजेक्ट से गरीबों को मिलने वाला अनाज की हेराफेरी पर अंकुश लग सकेगा।

